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ॠषि-मुनियों ने मनुष्य के शरीर में सात शक्ति-केंद्रों की उपस्थिति बताई है। इन शक्ति-केंद्रों से इन्द्रधनुषी सात रंग निकलते हैं। जो मनुष्य के शरीर पर एक दिव्य आभा-मण्डल का निर्माण करते हैं। इस आभा-मण्डल को देख मनुष्य की भौतिक व मानसिक स्थिति का सही ज्ञान प्राप्त कियका जा सकता है। आभा-मण्डल के रंगों को देख मानव-शरीर में निकट भविष्य में होने वाले विभिन्न रोगों का काफी समय पहले पता लगाया जा सकता है। किरलियन फोटोग्राफी द्वारा आज आभा-मण्डल का चित्र लेना सम्भव हो गया है। इस तकनीक द्वारा रोग के साथ-साथ मनुष्य की भौतिक बुराइयों का भी उपचार संभव है।
ॠषि-मुनियों ने मनुष्य के शरीर में सात शक्ति-केंद्रों की उपस्थिति बताई है। इन शक्ति-केंद्रों से इन्द्रधनुषी सात रंग निकलते हैं। जो मनुष्य के शरीर पर एक दिव्य आभा-मण्डल का निर्माण करते हैं। इस आभा-मण्डल को देख मनुष्य की भौतिक व मानसिक स्थिति का सही ज्ञान प्राप्त कियका जा सकता है। आभा-मण्डल के रंगों को देख मानव-शरीर में निकट भविष्य में होने वाले विभिन्न रोगों का काफी समय पहले पता लगाया जा सकता है। किरलियन फोटोग्राफी द्वारा आज आभा-मण्डल का चित्र लेना सम्भव हो गया है। इस तकनीक द्वारा रोग के साथ-साथ मनुष्य की भौतिक बुराइयों का भी उपचार संभव है।